November 12, 2024

मात्र तीन हजार रूपये और चंद जेवर के लिए एक स्वर्ण व्यवसायी को उसके ही एक परिचित ने मौत के घाट उतार दिया।

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अमिट रेखा सुनील पाण्डेय

ब्यूरो महराजगंज

महराजगंज जिले के पुरंदरपुर क्षेत्र से बीते 15 नवम्बर से गायब स्वर्ण व्यवसायी की हत्या का आज पुलिस ने खुलासा कर दिया है। कल जंगल मे पुलिस को व्यवसायी की लाश मिलने के बाद स्थानीय लोगो ने जमकर हंगामा किया था।

वी/ओ- महाराजगंज जनपद के पुरंदरपुर थाना क्षेत्र में फेरी लगाकर स्वर्ण आभूषण बेचने वाले एक कारोबारी को उसके ही परिचित ने पहले फोन कर जेवर खरीदने की बात कह कर बुलाया और उसके बाद उसके मफलर से गला कसकर हत्या कर शव को जंगल में फेंक कर फरार हो गया । बीते 15 नवंबर को पुरंदरपुर इलाके के छोटी इटहिया गांव के निवासी 35 वर्षीय उमेश वर्मा को उसके ही एक परिचित बबलू ने जेवर बेचने की बात कह कर बुलाया। पुलिस की जांच में पता चला है कि स्वर्ण कारोबारी उमेश का बबलू के ऊपर पुराना ₹3000 बकाया था जिसे मृतक उमेश मांग रहा था इसी से क्षुब्ध होकर आरोपी बबलू ने एक साजिश के तहत उमेश को रुपया देने और उसके जेवर खरीदने के नाम पर उसे सुनसान स्थान पर बुलाया और उसकी गला कस कर हत्या कर जंगल में फेंक दिया।

बाइट-प्रदीप गुप्ता पुलिस अधीक्षक महराजगंज

वी/ओ-पुरंदरपुर थाना क्षेत्र में 20 नवंबर की शाम स्वर्णकारोवारी उमेश की लाश मिलने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर खूब हंगामा किया था। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को हटाकर लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कर जांच शुरू की।जांच में पता चला कि स्वर्णकार की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी परिचित बबलू ने किया था वो भी मात्र तीन हजार के लिए। मृतक के पास से लूटे गए लगभग ₹100000 के जेवर पायल,नथिया और मंगलसूत्र पुलिस ने बरामद किया है। आरोपी बबलू ने बताया कि वह हत्या जानबूझकर नहीं किया ।

वाइट -बबलू , आरोपी

वी/ओ-फिलहाल मात्र ₹3000 और जेवर के लिए बबलू ने अपने दो साथियों के साथ अपने ही परिचित स्वर्णकार उमेश की हत्या की और हत्या करने के बाद वह नेपाल भाग गए पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए नेपाल और अन्य जगहों पर दबिश देकर तीन आरोपियों को स्वर्ण कारोबारी की हत्या करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया है।अब यह तीनों पहुंच गए हैं सलाखों के पीछे।

3220cookie-checkमात्र तीन हजार रूपये और चंद जेवर के लिए एक स्वर्ण व्यवसायी को उसके ही एक परिचित ने मौत के घाट उतार दिया।