अमिट रेखा /क्राईम रिपोर्टर /रजवन्त कुमार विश्वकर्मा/ गोरखपुर मंडल/
काम अधूरा भुगतान पूरा
मामला महराजगंज जनपद के ब्लाक निचलौल ग्राम सभा सोहगी बरवा का है
आज पूरा देश आजादी महोत्सव मना रहा है किन्तु न जाने सोहगी बरवा के लोग अपने आप को कब सुरक्षित महसूस करेंगे। अएसा नहीं है कि, सरकार ने इस गांव के लिए बजट नहीं दिया।काम अधूरा भुगतान पूरा।
मामला महाराज गंज जनपद के ब्लाक निचलौल ग्राम सभा सोहगी बरवा का है आज पूरा देश आजादी महोत्सव मना रहा है किन्तु न जाने सोहगी बरवा के लोग अपने आप को कब सुरक्षित महसूस करेंगे। अएसा नहीं है कि, सरकार ने इस गांव के लिए बजट नहीं दिया।बजट तो भरपूर आया किंतु जिम्मेदार ही सारा धन डकाते गए और ग्रामीणों को मौत के मुंह धकेलते गए। सचीव साहब ने तो कमाल का किरदार निभाया बगैर मौके पर पहुंचे ही सत्यापन करते गए फिर भी अधिकारियों के चहेते बने रहे।
आए दिन सरकार के पैसों का बड़े पैमाने पर घोटाला होता रहा किन्तु प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी मूकदर्शक बने रहे
हाल ही में हुआ 23 लाख का घोटाला। अगस्त 2021 में हैंडपंप मरम्मत एवं मजदूरी के नाम पर 168000 का भुगतान हुआ 5 माह बीतने के बाद भी आज तक हैंडपंप की मरम्मत नहीं हुई, सोलर लाइट मरम्मत के नाम पर 1 लाख 73हजार का भुगतान हुआ फिर भी गली चौराहों पर अंधेरा ही अंधेरा है, बाढ़ ग्रसित इलाका होने के कारण अक्सर रास्ते प्रभावित हो जाते हैं और आवागमन बाधित हो जाता है रास्ते को संचालित करने के लिए हुम पाइप के नाम पर 71हजार का भुगतान कराया गया किंतु आज भी अपनी जान को जोखिम में डालकर ग्रामीण बांस की चहली पर चलने को मजबूर हैं।
5माह पहले जिस स्कूल की मरम्मत, बाउंड्री वॉल, शौचालय मरम्मत, और गेट के लिए बजट खारिज हुआ वो आज भी अपनी बदहाली में आंसू बहा रहा है बार-बार सरकार को कोसने वाले सोहगी बरवा के लोग इस बात से अनभिज्ञ हैं कि, सरकार ने ग्रामीणों तक सारी सुविधाएं पहुंचाने का भरपूर प्रयास किया है किंतु सरकारी अधिकारी, कर्मचारी और ग्राम प्रधान ने मिलकर सारे योजनाओं पर पलीता लगा दिया है और सारे पैसों का बंदरबांट कर लिया जिसकी वजह से आज सोहगी बरवा के लोग आदिवासियों का जीवन जीने को मजबूर हैं। साहब ने तो कमाल का किरदार निभाया बगैर मौके पर पहुंचे ही सत्यापन करते गए फिर भी अधिकारियों के चहेते बने रहे।
आए दिन सरकार के पैसों का बड़े पैमाने पर घोटाला होता रहा किन्तु प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी मूकदर्शक बने रहे
हाल ही में हुआ 23 लाख का घोटाला। अगस्त 2021 में हैंडपंप मरम्मत एवं मजदूरी के नाम पर 168000 का भुगतान हुआ 5 माह बीतने के बाद भी आज तक हैंडपंप की मरम्मत नहीं हुई, सोलर लाइट मरम्मत के नाम पर 1 लाख 73हजार का भुगतान हुआ फिर भी गली चौराहों पर अंधेरा ही अंधेरा है, बाढ़ ग्रसित इलाका होने के कारण अक्सर रास्ते प्रभावित हो जाते हैं और आवागमन बाधित हो जाता है रास्ते को संचालित करने के लिए हुम पाइप के नाम पर 71हजार का भुगतान कराया गया किंतु आज भी अपनी जान को जोखिम में डालकर ग्रामीण बांस की चहली पर चलने को मजबूर हैं।
5माह पहले जिस स्कूल की मरम्मत, बाउंड्री वॉल, शौचालय मरम्मत, और गेट के लिए बजट खारिज हुआ वो आज भी अपनी बदहाली में आंसू बहा रहा है बार-बार सरकार को कोसने वाले सोहगी बरवा के लोग इस बात से अनभिज्ञ हैं कि, सरकार ने ग्रामीणों तक सारी सुविधाएं पहुंचाने का भरपूर प्रयास किया है किंतु सरकारी अधिकारी, कर्मचारी और ग्राम प्रधान ने मिलकर सारे योजनाओं पर पलीता लगा दिया है और सारे पैसों का बंदरबांट कर लिया जिसकी वजह से आज सोहगी बरवा के लोग आदिवासियों का जीवन जीने को मजबूर हैं।
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