November 21, 2024

डीएम साहब, देवरिया में शासन सत्ता का हनक चरम पर

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डीएम साहब, देवरिया में शासन सत्ता का हनक चरम पर
     बघौचघाट थानेदार नेतायों के आगे हो रहे मजबूर
        कैसे रखे वर्दी का सम्मान: चर्चा

अमिट रेखा बघौचघाट, ब्यूरो देवरिया। जनपद देवरिया विधानसभा पथरदेवा के थाना क्षेत्र बघौचघाट के अंतर्गत ग्राम सभा सखिनी मे बीते 3 माह से विवाद चल रहा है। रामप्रसाद पुत्र स्वर्गीय हरिहर व ओमप्रकाश दुबे पुत्र स्वर्गीय कोकिल दुबे के द्वारा सड़क का हासिया छोड़कर अपना अपना निर्माण कार्य डीह के जमीन में किया गया है। एक तरफ सड़क को छोड़कर दीवाल चला है तो दूसरी तरफ सड़क को छोड़कर सीढ़ी बनाई गई है। जब यह निर्माण कार्य दोनो लोगो के द्वारा किया गया तो उस समय गाव के कोई भी सम्भ्रांत व ग्राम प्रधान नही आए। परन्तु कुछ ही दिन बीते की ग्राम प्रधान ने एक जिलाधिकारी को अपने लेटर पैड पर लिखित रूप से सूचना दी कि रामप्रसाद व ओमप्रकाश दुबे के द्वारा इंटरलॉकिंग सड़क को तोड़कर अबैध कब्जा कर सड़क को बंद कर दिया गया है जांच कर कार्यवाही की जाए।
जिलाधिकारी के द्वारा देवरिया तहसीलदार के पास जांच के लिए भेजा गया और रिपोर्ट मांगी गई। तहसीलदार देवरिया ने इसकी जांच थाने से मांगी और थाने के हल्का सिपाही गाव में जाकर निरीक्षण किया जहां कोई सड़क के साथ तोड़ फोड़ नही किया गया था और नाही उजाड़ कर दीवाल और सीढ़ी बनाई गई थी। हल्का सिपाही के द्वारा समस्त गाव के सड़क के किनारे हुए निर्माण को दिखाते हुए रिपोर्ट भेज दी गई। अगले दिन शनिवार को समाधान दिवस पर पुनः ग्राम प्रधान के द्वारा आवाज उठाई गई। मौके पर थाने के दरोगा लालजी यादव व लेखपाल अशोक कुमार पहुचे। निरीक्षण में पुनः सही रामप्रसाद व ओमप्रकाश दुबे पाए गए। प्रेम सम्बन्ध का व्यवहार दिखाते हुए अधिकारी गणों ने निवेदन किया कि अगर सन्तुष्टि कुछ और सड़क की हासिया छोड़कर पुनः जोड़ दिया जाय तो विवाद समाप्त हो जाएगा। अधिकारियों ने अगल बगल के सभी लोगो से गुजारिश कि की सभी लोग एकत्रित होकर कुछ और सड़क छोड़कर पुनः निर्माण कर ले। यह बात दो पक्ष रामप्रसाद व ओमप्रकाश दुबे ने मान ली परन्तु कुछ लोग पहले से सड़क पर चढ़कर निर्माण किये है वे लोग सहमत नही हुए तब इस मामले कि चर्चा कुछ दिनों के लिए बन्द हो गई। बीते कल रविवार को गाव के कुछ सम्भ्रांत लोगो के द्वारा कुछ नेता गणों से मुलाकात किया गया और रामप्रसाद व ओमप्रकाश के ही सिर्फ दीवाल और सीढ़ी को तोड़वाने के लिए थानेदार को मजबूर करा दिया गया। बघौचघाट थानेदार सब बातों को जानते हुए की सड़क पर अतिक्रमण नही है गाड़ी , टैक्क्टर , डीसी आने जाने में कोई अवरोध नही है , ग्राम प्रधान के द्वारा दिये गए एप्लिकेशन के हिसाब से इन्टलकिंग सड़क को उजाड़ी नही गई है। बैध रूप से निर्माण हुआ है। फिर किस प्रकार किसी व्यक्ति को गलत ठहराकर तोड़वाये यह मजबूरी थानेदार के लिए आज बनी हुई है। आखिर वर्दी सरकार के द्वारा ही थानेदार को मिली है। सही गलत को देखकर ही निर्णय लिया जा सकता है। परन्तु कुछ ईर्ष्यालु कार्यकर्तायों के द्वारा बिना बजह नेतायों के कान भर कर भाजपा सरकार की खिलिया उड़ाने के प्रयास किये जा रहे है। शासन सत्ता का हनक दिखाकर एक सभ्य थानेदार को मजबूर कराया जा रहा है जिसकी चर्चा आज ग्राम सभा सखिनी मे तेजी से हो रही है।
इस सम्बंध में बघौचघाट थानेदार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उच्चाधिकारी व राजस्व विभाग के अधिकारी की टीम जब तक कोई निर्णय नही लेती है तब तक डीह जैसी भूमि में बसे लोगो को मेरे द्वारा बिना आदेश मिले हटाया नही जाएगा।

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