दर-दर भटकने के काफी दिनों बाद व्यवहार न्यायालय ने खर्चे का आदेश दिआ
अमिट रेखा / क्राईम रिपोर्टर /रजवन्त कुमार विष्वकर्मा /कुशीनगर
कुशीनगर जिले के हनुमानगंज थाना क्षेत्र के संगीता देवी के तीन बच्चिया बार-बार बच्ची ही जन्म होने पर पति द्वारा घर से निकाले जाना आत्मा को झकझोरता है मल्हिया निवासी महिला की शादी वर्ष 2007 में हुआ था केवल बच्ची पैदा होने से पति ने अपने पत्नी को घर से बाहर निकाला। पीङिता ने अपने न्याय के लिए दर दर भटकती रही है किसी प्रकार न्यालय ने भरण पोषण की धनराशि देने का आदेश किया है खर्चे की धन पति द्वारा नहीं दिए जाने से दाने-दाने को खाने की मोहताज है। थाना से लगायत पुलिस अधीक्षक तक गुहार लगा चुकी है।
मिली जानकारी के अनुसार कुशीनगर जिले के हनुमानगंज थाना क्षेत्र के संगीता देवी जिसका मायके मल्हिया में है। उसकी शादी वर्ष 2007 में मुकामी थाना क्षेत्र के माघी भगवानपुर में हुवा था। तीन बच्चियां संगीता देवी कों काजल 12 वर्षआचल10 वर्ष रेखा 9 वर्ष की हुई थी।। संगीता देवी का कहना हैं कि 2007 जब तीसरी बार बच्ची पैदा हुई तो उसके पति ने सामान खरीदने के बहाने घर से बाहर भाग गया अब तक घर वापस नहीं आया है। बाहर में ही रह कर जेसीबी चलाकर कमाता है लेकिन मेरे लिए अपने बच्चों के जीविका के लिए कोई धन नहीं भेजता है। किसी प्रकार से न्यायालय ने भरण पोषण की धनराशि देने का आदेश किया है वहीं से यह जाने का खर्चे की धन पति द्वारा नहीं दिए जाने से दाने-दाने को खाने की मोहताज है। थाना से लगायत पुलिस अधीक्षक तक गुहार लगा चुकी है अब व्यवहार न्यायालय की आदेश का पालन कराने में पुलिस कोताही बरत रही है जब वह अपनी ससुराल में जाकर रहने का प्रयास करती है तो मारपीट कर भगा दिया जाता है। इससे तंग आकर उसने कई थाने से लेकर जिले तक अधिकारियों के यहां गुहार लगाई लेकिन किसी अधिकारी ने उसका कोई मदद नहीं किया है ।संगीता देवी का कहना है कि जब हमारा कोई नहीं तो मै मुफलिसी से आत्महत्या कर लुंगी जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
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