October 18, 2024

विदेश से घर वापस आ रहे रामबदन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

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विदेश से घर वापस आ रहे रामबदन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
अमिट रेखा खड्डा तहसील

खड्डा थानाक्षेत्र के नरायनपुर गांव
निवासी रामबदन चौहान पुत्र स्व० चन्द्रिका चौहान का विदेश से घर वापस आते समय रास्ते मे ही रहस्मयी परिस्थितियों में उनकी मौत हो गया है। परिजनों का कहना है कि बेरहमी से मारने पीटने से ही उनकी मौत हुई है।
स्थानीय थानाक्षेत्र के नरायनपुर गांव निवासी 26वर्षीय रामबदन चौहान पुत्र स्व० चन्द्रिका चौहान घर की आर्थिक स्थित को संभालने के लिए एजेंट के माध्यम से 01जनवरी को राजगीर के काम से दुबई गये थे। परिजनों ने बताया कि एजेंट ने लांग जॉब कहकर एक लाख रुपये लेकर दुबई भेजने के लिए पासपोर्ट और बीजा उन्हें एयरपोर्ट पर ही दिया। पर दुबई जाने के बाद उन्हें पता चला कि वो धोखाधड़ी के शिकार हो गए है, और उन्हें लांग जॉब पर नही टूरिस्ट बीजा पर कुछ ही समय के लिए दुबई काम करने के लिए भेज दिया गया है। अपने आपको ठगा होने की जानकारी होते ही मृतक ने विदेश भेजने वाले एजेंट से सम्पर्क किया। पर उनके सवालों का जबाब एजेंट के द्वारा सटीक तरीके से नही दिया गया। पर बार बार सम्पर्क करने और धोखाधड़ी करने आदि की बात मृतक के द्वारा करने पर एजेंट से उनकी फोन पर ही वाद विवाद भी हो गया था। विदेश में तीन माह कमरतोड़ काम करने के बाद भी उन्हें सैलरी नही मिला और भरपेट भोजन आदि भी नही दिया जाता था। उनकी यथास्थिति की जानकारी परिजनों को होने पर एजेंट से जब सम्पर्क किया तो एजेंट ने परिजनों को ही उल्टे डांट डपटकर घर से भगा दिया। तथा उनके साथ अनहोनी हों जाने आदि की बात करने लगा। परिजनों को अभी इसकी आशंका जता ही रही थी कि उन्हें पता चला कि वो दुबई से वापस घर आ रहे है। नई दिल्ली से वो ट्रैन से घर आ रहे थे कि खलीलाबाद तक उनका लोकेशन मिला। उसके बात क्या हुवा किसी को कुछ पता नही चल सका। 21मार्च दिन मंगलवार को पडरौना शहर के रविन्द्र नगर घुस पर स्थित जिला संयुक्त अस्पताल से किसी ने फोन करके उनके परिजनों को ये जानकारी दिया कि रामबदन को घायलावस्था में डायल 112 की पुलिस ने उन्हें यहां पर भर्ती करवा दिया है। आप लोग तत्काल जिला अस्पताल आ जाइये। इस घटना की सूचना मिलते ही मृतक की धर्मपत्नी सुनैना (23वर्ष) ने रोते बिलखते हुवे जब वहां गयी तो उनकी स्थिति गम्भीर बनी हुई थी। जिन्हें देर रात को मेडिकल कालेज गोरखपुर रिफर कर दिया गया। वहा उनके इलाज होने के दौरान ही बुधवार को 11बजे के करीब उनकी मौत हो गयी। आवश्यक कागजी कार्यवाही होने के बाद शव का पीएम कराने के बाद मृतक के परिजनों को सौप दिया गया। परिजनों ने बुधवार के देर शाम लाश को गांव के पंचायत भवन पर लाकर रख दिया। इस घटना की सूचना खड्डा थाने को दिए जाने के बाद पुलिस ने आकर पूछताछ करके चली गयी।
इस घटना के पीछे मृतक के परिजन अपने पट्टीदारी के ही एजेंट पर हत्या करने का आरोप लगा रहे है।

समय पर सक्रियता दिखाती पुलिस तो शायद बच सकती थी रामबदन की जान

खड्डा थानाक्षेत्र के नरायनपुर गांव निवासी 26वर्षीय रामबदन चौहान की हत्या पुलिस की लापरवाही का नतीजा है। यदि खड्डा पुलिस समय पर कार्यवाही करती तो उसकी जान बचाई जा सकती थी, लेकिन पुलिस गुमसुदगी का तहरीर देने के बाद भी हल्के में लेती रही। पुलिस इस मामले में इतनी लापरवाह है कि तहरीर देने के दो दिन के बाद भी कोई भी कार्यवाही नही की। जिसका नतीजा यह निकला कि रामबदन अधमरे हालात में अपने परिजनों को मिले।
मृतक के पत्नी के द्वारा 20मार्च दिन सोमवार को स्थानीय थाने में दिये गए तहरीर के अनुसार पट्टीदारी के ही एक एजेंट के द्वारा विदेश भेजने के नाम पर एक लाख रुपये की मांग किया गया। जो खेत और गहने गिरवी रखकर तथा कर्ज निकालकर उसे दे दिया गया पर वो लांग जॉब की बात कहकर सबको अंधकार में रखते हुवे धोखाधड़ी करके टूरिस्ट वीजा पर उन्हें विदेश भेज दिया। जहां अनेको प्रकार के यातनाये सहने के बाद वापस घर आ रहे थे कि खलीलाबाद तक उनका लोकेशन मिला उसके बाद वो अधमरे हालात में जिला अस्पताल पड़रौना में मिले। उनके पास कोई सामान भी नही था। उनसे संपर्क नही होने पर 20 मार्च को ही खड्डा थाने में उनकी गुमसुदगी का तहरीर दिया गया पर स्थानीय थाने के पुलिस ने इस प्रकरण में जांच पड़ताल करना भी उचित नही समझा। जिसका नतीजा यह निकला कि बेरहमी से उनकी पिटाई करने के कारण आज वो काल के गाल में समा गए है।

एजेंट ने परिजनों को पहले ही दे दिया था किसी अनहोनी घटना होने की सूचना

विदेश से घर आ रहे रामबदन चौहान और उनके परिजनों ने एजेंट के द्वारा ठगी का शिकार किये जाने की जानकारी होने पर जब एजेंट से इसका पूरा हकीकत जानने का जब जब प्रयास किये एजेंट उल्टे ही इनपर बरस पड़ता था। बार बार एक ही पूछे गये सवालों के जबाब में एजेंट ने घर वापसी के समय रास्ते मे ही किसी अनहोनी घटना होने का सूचना पूर्व में ही दे चुका था। और आखिर में वही हुवा जिसका परिजनों का डर था। मृतक के परिजनों ने एजेंट पर ही बेरहमी से मारने पीटने के बाद हुई मौत का जिम्मेदार ठहरा रहे है। मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक के शरीर के हर हिस्से पर चोट के निशान स्पस्ट रूप से दिखाई दे रहा था।
मृतक चार भाइयों में तीसरे नम्बर पर था। वो अपने पीछे 23वर्षीय पत्नी सुनैना और 5माह के दुधमुहे बच्चे को इस दुनिया मे अकेला छोड़ दिया है। जिनका रो रोकर बुरा हाल हो गया है।

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