November 21, 2024

वायरल हुई वीडियो खुल गयी पोल

Spread the love

वायरल हुई वीडियो खुल गयी पोल

सखिनी ग्राम प्रधान की बदल गई राजीनीतिक वसूल , वोट न देने वालो के उपर रच दिया अतिक्रमण की कहानी

कृषि मंत्री सहित क्षेत्र के अधिकारी आज भी अंधेरे में!

पूरे ग्राम सभा की सड़क को छोड़कर मात्र दो परिवार पर फर्जी एप्लिकेशन दायर करने का कार्य किये ग्राम प्रधान

अमिट रेखा ब्यूरो , देवरिया।। जनपद देवरिया विधानसभा पथरदेवा के ग्राम सभा सखिनी मे आज अतिक्रमण को लेकर कई बार खबरे प्रकाशित हुई है। बतादे की ग्राम सभा सखिनी मे आज लगातार 3 माह से वोट बैंकिंग की राजनीति बेकसूर लोगो के साथ होती आ रही है। पीछले खबरों में यह प्रकाशित किया गया था कि ग्राम सभा की सड़क पूर्व प्रधान के द्वारा बनवाई गई है। ग्रामवासियो के द्वारा सड़क सीमा इन्टलाकिंग को छोड़कर अपने अपने सुविधा को देखते हुए निर्माण कार्य कर लिया गया है। आज वर्तमान प्रधान के द्वारा उन लोगो को छति पहुचाई जाने की कोशिश की जा रही है जिन्होंने वर्तमान ग्राम प्रधान को वोट नही दिया है। एक प्रकार की घिनौनी राजनीति गांव में हो रही है। कभी कृषि मंत्री के संज्ञान में देकर आदेश जारी कराया जा रहा है तो कभी सता के बल पर जिलाधिकारी को फर्जी पत्र लिख़कर जांच की मांग कराई जा रही है। आगे आप सभी को बतादूँ की ग्राम सभा में बिगत कई माह से तीन लोगों के बीच बारी बारी से विवाद कराने का कार्य किया गया है। पहले लालू बैठा पुत्र हरिपाल और रामप्रसाद पुत्र हरिहर के बीच विवाद कराया गया। लगातार खबरे प्रकाशित हुई और विवाद का निस्तारण गाव के सम्भ्रांत लोगो के द्वारा कराया गया। इस बीच यह शर्त रखी गई कि 3 फिट सड़क को छोड़कर कोई निर्माण कार्य होगा। उस पंचायत में पण्डित ओमप्रकाश दुबे नही थे। पण्डित ओमप्रकाश दुबे ने पंचायत की बात को टाल दिया यह कह कर की लालू भी 3 फिट अपनी जमीन छोड़े परन्तु लालू बैठा के द्वारा इसका विरोध करते हुए झगड़ा विवाद किया गया। पण्डित ओमप्रकाश दुबे और लालू एक दूसरे के ऊपर आरोप लगाते हुए थाने में बंद हुए और चलान हो गए। घरौनी प्रमाण पत्र और अधिकारियों के निर्देश पर सही पाए जाने को लेकर ओमप्रकाश दुबे के मकान का छत हुआ । इसके बाद दरवाजा को लेकर कुछ दिनों तक विवाद चला वह विवाद मंत्री घराने तक पहुच गया। पण्डित ओमप्रकाश दुबे की बात मंत्री जी के संज्ञान तक पहुचाया गया। पण्डित ओमप्रकाश दूबे अपने जमीन में दरवाजा खोल थे जो सही ठहराए गए। फिर कुछ दिनों के बाद गाव में बैठक हुई। दुबे ने कहा की मैं 3 फिट जमीन इसी शर्त पर छोडूंगा जब लालू बैठा भी अपनी टँकी को तोड़ देंगे पटरियां एक तरफ से सबकी 3 फिट छूटेगी। यह सुनकर लालू बैठा ने जो पँचायत में 3 फिट जमीन छोड़ने को लेकर रामप्रसाद पुत्र हरिहर से जुबान हरवाये थे। उस पक्ष से वह एक होकर सुलह के साथ खड़ा होकर पँचायत की बात को ठोकर मारते हुए रामप्रसाद की 3 फिट जमीन में सडक का हाशिया छोडवाते हुए एक तरफ दीवाल चलवा दिए। जिसकी मौके से फोटो वीडियो भी समाचार पत्र के पास उपलब्ध है। अब खुद जब लालू ने 3 फिट जमीन की बात पँचायत की स्वयं नही रख पाए और अपने विपक्षीय रामप्रसाद की दीवाल चलवा दिए तो इसको देखते हुए पण्डित ओमप्रकाश दूबे ने भी सड़क की पटरी को छोड़कर अपनी सीढ़ी बना डाली। सवाल यह उठता है कि ग्राम प्रधान सहित समस्त गाव के लोग मौके पर नही आए और नही किसी ने 112 नंबर या थाना पर या प्रधान के घर तक सन्देश नही दिया। न मौके पर आकर किसी ने आवाज उठायी। सभी लोग देखते रहे और संतुष्टि जताई। फिर 1 – 09- 2022 को ग्राम प्रधान सखिनी ने इतने दिनों के बाद पुनः कुछ विरोधीयो की बात सुनकर जिलाधिकारी को पत्र लिख डाला की सड़क को उजाड़ कर रामप्रसाद , राजू, व ओमप्रकाश दुबे ने दीवाल व सीढ़ी बनाकर अतिक्रमण सड़क पर कर लिए है आने जाने में दिक्कत हो रही है। इस प्रार्थना पत्र को पढ़कर जिलाधिकारी महोदय के द्वारा तहसीलदार को आदेश जारी किया गया कि वह जांच कराए। तहसील के द्वारा जांच थाने को भेजी गई । थाने के सिपाही मौके का निरीक्षण किये जहां कोई इंटरलॉकिंग को नही उजाड़ा गया था सड़क की हाशिया पटरी को छोड़कर निर्माण कार्य दिखाई दे रहा था। मौके पर देखा गया कि आवागमन या कृषि सम्बंधित वाहन को आने जाने में कोई दिक्कत नही दिखाई दिया। इस सन्दर्भ में थाना ने रिपोर्ट लगाकर कर उच्चाधिकारियों के पास भेज दिया। इधर ओमप्रकाश दूबे और रामप्रसाद के द्वारा स्वयं इसकी जांच की मांग जिलाधिकारी के ही द्वारा की गई है। सड़क की हाशिया को छोड़कर निर्माण कार्य हुए है कोई अतिक्रमण नही है पुरानी रंजिश और वोट बैंकिग की राजनीति हो रही है। जिसकी जांच कराई जाए। यह प्राथना पत्र में लिखा गया। एवम विरोधियों के साथ उचित कार्यवाही की जाने की मांग की गई। गाव के कुछ विरोधी मात्र दो लोगो को ही टारगेट बनाकर ग्राम प्रधान के द्वारा गलत कार्य करा रहे है। अधिकारी इसका निस्तारण कराए। इस संदर्भ में गाव में चर्चा भी खूब हो रही है। बतादे की आज समस्त ग्राम सभा के सड़क की यही दशा है हर लोग अपने घरो के सामने की जमीन सड़क छोड़कर लिगल रूप से कब्जा किये है योगी सरकार के द्वारा हर व्यक्ति को डीह की जमीन का घरौनी प्रमाण पत्र दे दिया गया है इसके बाद भी ग्राम प्रधान कुछ लोगो को विवस कर वोट की राजनीति खेल रहे है जो की निंदनीय तरीके से चर्चा का विषय गाव में बना हुआ है। ग्रामीणों में यह भी चर्चा है कि गढ़हा, नवीन परतीं, खलिहान, अम्बेडकर पार्क, बंजर जैसी सरकारी भूमि को ग्राम प्रधान अपने सह से अतिक्रमण कराए हुए है। कुछ का मकान भी बनी हुई है। परन्तु कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही सहित उच्चाधिकारियों की नजर में यह बात गोपनीय व अंधेरे में रखी गई है। जो कि हर प्रकार से जांच का विषय बना हुआ है।

125761cookie-checkवायरल हुई वीडियो खुल गयी पोल