अमिट रेखा/अजय तिवारी/नेबुआ नौरंगिया/कुशीनगर
नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के एक प्राथमिक विद्यालय में तैनात रसोइया ने प्रधानाध्यापिका पर अनेको गंभीर आरोप लगाए हैं। इल्जाम है कि रसोइया को हर दिन वो मानसिक प्रताड़ित भी करती है। रसोइया ने तंग आकर सोमवार को सूबे के सीएम को फैक्स भेजकर न्याय की मांग की है।
नेबुआ नौरंगिया विकास खण्ड के नौरंगिया गांव के पकडीहवा टोला निवासिनी बेवा चन्द्रावती ने सूबे को सीएम को फैक्स भेजकर ये अवगत कराई है कि गरीबी परिवेश में अपना जीवन यापन करते हुवे वो विगत 13वर्षों से स्थानीय टोला पर स्थित प्राथमिक विद्यालय पर रसोइया के पद और कार्यरत है। आरोप है कि प्रधानाध्यापिका ने उनसे पांच हजार रुपये की मांग की और जब उन्होंने अपने गरीबी का हवाला देते हुवे उक्त धनराशि देने से इंकार कर दी तो उनसे वो खाना न बनवाकर विद्यालय परिसर में उगे हुवे खर पतवार की कटाई और शौचालय की सफाई आदि करवाती है। विरोध करने पर वो उनका मानसिक उत्पीड़न भी करती है। इन सभी कार्यो का विरोध करने और धनराशि नही देने पर वो विद्यालय आने से मना कर दी है। आरोप है कि विद्यालय में जाने पर इनके साथ वो दुर्व्यवहार भी करती है। कारण पूछने पर कहती है कि डीएम साहब ने तुमको विद्यालय आने से मना कर दिए है। वही प्रधानाध्यापिका वन्दना श्रीवास्तव ने बताया कि रसोइया के द्वारा लगाया गया सारा आरोप गलत है। रसोइया को विभागीय प्रकिया के तहत बाहर किया है।
इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राम जियावन मौर्य ने बताया कि उक्त प्रकरण संज्ञान में नही है। रसोइया के द्वारा लगाए गए आरोप जांच का विषय है, यदि इसकी शिकायत किया जाता है तो इसकी जांच करवाया जाएगा।
More Stories
पथरदेवा और बरियारपुर के बीच होगा फाइनल भिड़ंत
कुशीनगर में गढ़ा मुक्ति अभियान बना उक्ति, निर्गत पैसा खा जाते निर्माता
कसया पुलिस के सहयोग से कुशीनगर में सेक्स टूरिज्म विकसित-सूत्र