December 2, 2024

ने०नौ०.थाना अंतर्गत टेढ़ी में एक बार फिर हुआ दो पक्षों में खूनी संघर्ष 3 लोग हुए बुरी तरह घायल

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लोगों ने लगाया आरोप की नेबुआ नौरंगिया की पुलिस के मिलीभगत से हुआ यह सब मामिला

थाने पर जाने के बाद से पुलिस बार-बार लेती है गुलाब अंसारी का पक्ष

गुलाब अंसारी का भतीजा मुजीबुल्लाह अंसारी कई बार पत्रकारों के साथ कर चुका है अभद्र व्यवहार शिकायत के बावजूद भी पुलिस साधी रही चुप्पी
अमिट रेखा
अजय तिवारी नेबुआ नौरंगिया

कुशीनगर के थाना नेबुआ नौरंगिया के अंतर्गत ग्राम सभा टेड़ी में दो पक्षों में इतनी भयानक लड़ाई हो गई जिसमे एक पक्ष गुलाब अंसारी मुजीबुल्लाह अंसारी सिराजुद्दीन, गियासुद्दीन, हैदर अली, अफरोज अहमद, सज्जाद अंसारी, सद्दाम, कमरुद्दीन,मुस्तकीम अंसारी के द्वारा अपने पड़ोसी अलीशेर अंसारी कलामुद्दीन अब्बास अली और अब्बास अली के पत्नी को बुरी तरह से पीट दिया जिसमें यह लोग इतने ज़यादह घायल हो गए कि समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नेबुआ नौरंगिया एंबुलेंस के द्वरा पहुंचाया गया मगर वहां के डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल रुप से जिला हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया वही लोगों ने बताया कि गुलाब अंसारी का पक्ष पूर्व में भी दो तीन बार अलीशेर अंसारी के पक्ष के लोगों को मार चुका है मगर पुलिस इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की है जबकि एक रास्ते के मेटर को लेकर बार-बार इन लोगों में लड़ाई होता रहता है रास्ते का मामला यह था कि बंटवारे के वक्त में जिसको जो रास्ता मिला वह अभी तक चल रहा था मगर गुलाब अंसारी के पक्ष ने 50 साल बाद पुराने रास्ते को बंद करके नया रास्ते की मांग शुरू कर किया और वह रास्ता मेराज अंसारी के घड़ारी की जमीन के बीच से पड़ रहा है मगर गुलाब अंसारी के द्वारा जबरदस्ती रास्ता लेने के लिए पूरी कोशिश किया जा रहा है और धन बल सब कुछ लगा कर दिया गया मगर सच तो सच होता है यहां तक की 2 बार कानून गो और लेखपाल मौके पर आए मगर वह खाली हाथ वापस हो गए क्योंकि न ही नक्शे में कोई रास्ता है और ना ही मौके पर रास्ता दिख रहा है तो फिर कानून की कौन सी किताब कहेगी की किसी को घर तोड़कर रास्ता दिया जाय वही उप जिलाधिकारी पडरौना के द्वारा यह रिपोर्ट भी लगाया गया है कि जिस रास्ते की मांग हो रही है वहां पर कोई रास्ता मौजूद नहीं है जो रास्ता पहले से चल रहा है वही चलेगा मगर इसके बावजूद भी नेबुआ नौरंगिया थाने की पुलिस इस मामले में कोई एक्शन नहीं ली जिसका नतीजा आज यह हुआ कि 3 लोग मौत और जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं अगर पुलिस पहले इस मामले में सक्रिय हो गई होती और गुलाब अंसारी के पक्ष के द्वारा जो दीवार तोड़ा गया और महिलाओं को मारा पीटा गया उसमें एक्शन लिया गया होता तो आज यह मामला सामने नहीं आता मगर नेबुआ नौरंगिया पुलिस को मालूम नहीं कौन सा जड़ी बूटी सूंगा दिया जाता है की उप जिलाधिकारी का आदेश होने के बावजूद भी नेबुआ नौरंगिया पुलिस रास्ता दिलाने के लिए अड़ी हुई है जिसका नतीजा बार-बार झगड़ा और लड़ाई से झेलना पड़ रहा है और आज 3 लोग इतने बुरी तरह से जख्मी हो गए हैं कि उन्हें जिला हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया है। लोगों ने यह भी आरोप लगाया है कि खाने पर जाने के बाद पुलिस बार-बार गुलाब अंसारी का पक्ष लेते हुए रास्ता दिलाने की बात करके मामले को उलझा देती है