अमिट रेखा सुनील पाण्डेय
ब्यूरो महराजगंज
फरेन्दा थाने पर तैनात एसएसआई राजेंद्र सिंह की दंबगई से आम जन हलकान व परेशान हैं। पीछले दिनों उन्होंने एक महिला को थाने में भला बुरा बनाने के बाद प्रताड़ित किया था। इतना ही नहीं उन्होंने महिला सिपाहियों से पीड़िता को पिटवाने तक भी धमकी दे डाली थी। वही सरकार नारी शक्ति के तहत महिलाओं को उनके सम्मान के लिए योजना चला रही है। लेकिन जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो इस योजना का लाभ महिलाओं को कहां मिलने वाला है। हालांकि इन सब बातों को दरकिनार एसएसआई महिलाओं को प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। उसके बाद भी जिले के तेज तर्रार व नागरिकों की रक्षा करने वाले पुलिस अधीक्षक महराजगंज प्रदीप गुप्ता इस दबंग एसएसआई पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। नागरिकों को सिर्फ उन्हीं से उम्मीद है। वहीं बता दें कि एसएसआई की धानी चौकी पर चौकी इंचार्ज के पद पर तैनाती मिलने के बाद भी इनका मोहभंग फरेंदा थाने से नहीं हो रहा है। यह लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रश्न यह है कि चौकी इंचार्ज का पद पाने के बाद यह क्यों अपने स्थानांतरण को रूकवा लिए हैं इनकों इस थाने से जरूर कोई बढ़ा लाभ है। इनकों लेकर तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। इतना ही नहीं फरियादियों को अपशब्द कहना इनकी आदत बन चुकी है। इनकी दबंगई से गरीबों व असहायों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। जबकि रसूखदार लोगों की सेवा कर मेवा लेना इनका प्रथम काम है। एसएसआई राजेंद्र सिंह के इस व्यवहार से लोगों को पुलिस के न्याय से भरोसा उठ रहा है। वहीं सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है।
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