October 19, 2024

चौथे दिन ताड़का वध का प्रसंग देख दर्शक भावविहोर

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अमिट रेखा/अजय तिवारी/ नेबुआ नौरंगिया/कुशीनगर

नेबुआ नौरंगिया बिकास खण्ड क्षेत्र के सिरसिया वीरभान में राम नवमी के अवसर पर काली मंदिर परिसर में आयोजित श्री शतचंडी महायज्ञ के चौथे दिन कथा वाचिक द्वारा जहाँ शिव विवाह की कथा से श्रद्धालुओ को रसपान कराया गया वही रामलीला में तड़का वध का मंचन हुआ जिसे देख दर्शक भावविहोर हो गए। उक्त यज्ञ के चौथे दिन कथा वाचिका मीना शास्त्री ने अपने प्रवचन के माध्यम से श्रद्धालुओं को राम कथा का रसपान करते हुए शिव विवाह की कथा विस्तार से कही।उन्होंने अपने कथा में बताया कि किस प्रकार आदि शक्ति माँ पार्वती राजा हिमांचल के यहां पुत्री रूप में अवतरित हो भगवान शंकर की कठिन तपश्या कर वर रूप में प्राप्त किया।इसी कड़ी रामलीला में मुनिविश्वामित्र द्वारा महाराज दशरथ से अपने यज्ञ की रक्षा हेतु राम लक्ष्मण को मगना तथा उन्हें लेकर वन गमन करना।राम लक्ष्मण द्वारा तड़का का संघार एवं मारीच व सुबाहू आदि असुरों को दंडित कर यज्ञ की पूर्ण करना आदि का मंचन किया। व्लाक प्रमुख प्रतिनिधि शेषनाथ यादव,ग्राम प्रधान शेषकान्त सिंह,वीरेंद्र यादव,अवधेश शर्मा आदि ने फीता कर रामलीला का शुभारंभ किया।इस दौरान प्रमुख प्रतिनिधि ने उक्त मंदिर हेतु प्रकाश की व्यवस्था का आश्वासन दिया।

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