बाढ़ से तबाह हुए किसानों के जख्मों पर मुआवजे का मरहम
अमिट रेखा /शमसाद अंसारी/ कसया कुशीनगर
कुशीनगर बाढ़ से तबाह हुए पांच हजार से अधिक किसानों के जख्म पर जिला प्रशासन ने मुआवजे का मरहम लगाया है। बाढ़ के दौरान उन्हें तत्कालिक सहायता तो उपलब्ध कराई ही थी, अब उनकी फसल का मुआवजा भी उनके खाते में भेज दिया है।जनपद की तीन तहसीलों में बाढ़ से प्रभावित 5,080 किसान चिह्नित किए गए हैं, जो बाढ़ से न केवल बेघर हुए, बल्कि फसल सहित उनके खेतों को भी निगल गई। इन किसानों के खाते में एक करोड़ 70 लाख 90 हजार रुपये मुआवजा भेजा गया है।
गंडक नदी में एक पखवारे पूर्व करीब साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण इसके किनारे बसे गांवों में बाढ़ आ गई थी। इसके अलावा तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में भी गंडक नदी के किनारे बसे कई गांवों में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए थे। इतना ही नहीं मवन नाला के उफनाने और बंधा टूटने से कप्तानगंज क्षेत्र में भी बाढ़ आ गई थी।इस बरसात में बाढ़ से प्रभावित 5,080 किसानों को जिला प्रशासन ने चिह्नित किया है, जिनकी फसलें बाढ़ की वजह से खेत सहित बह गईं फसल की क्षति हुई। झोपड़ियां जमींदोज हो गईं और उन्हें रहने से लेकर खाने-पीने तक के लिए कठिनाइयों से जूझना पड़ा। बुधवार को इनके खाते में एक करोड़, 70 लाख 90 हजार एक रुपया खाते में भेज दिया गया। सर्वाधिक नुकसान खड्डा तहसील क्षेत्र में हुआ है। आपदा विभाग की मानें तो खड्डा तहसील क्षेत्र के सालिकपुर, महदेवा, मरिचहवा जैसे गांवों में 80 रिहायसी झोपड़ियां नष्ट हो गईं, जिन्हें जिला प्रशासन ने सर्वे कराने के बाद आठ हजार रुपये प्रति झोपड़ी की दर से मुआवजा निर्धारित किया है। बाढ़ के दौरान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे इस क्षेत्र के 1,545 बाढ़पीड़ितों को कम्युनिटी किचन में दोनों पहर भोजन कराया गया था। इस तहसील क्षेत्र में कुल 46 परिवारों को कपड़े, बर्तन का पैसा 5,000 रुपये प्रति व्यक्ति की दर से दिया गया। इसके बाद ज्यादा नुकसान कप्तानगंज तहसील क्षेत्र में मवन नाले के उफनाने से हुआ। उसका बंधा टूट जाने के कारण बाढ़ आ गई थी। कप्तानगंज में एक झोपड़ी और एक पशु शेड नष्ट हुआ था, जिसका तीन हजार रुपये की दर से मुआवजा दिया गया है।आपदा विशेषज्ञ रवि प्रताप राय ने बताया कि जनपद की तीन तहसीलों में बाढ़ से प्रभावित 5,080 किसान चिह्नित हुए थे। एक करोड़ सत्तर लाख नब्बे हजार एक रुपया मुआवजा उनके खाते में भेज दिया गया है। कुल 1,430 हेक्टेयर फसलों की बाढ़ में क्षति हु
ई है।
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