October 18, 2024

कृषि मंत्री ने की होती समीक्षा तो आज पथरदेवा नगर पंचायत नही हारती भाजपा

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कृषि मंत्री ने की होती समीक्षा तो आज पथरदेवा नगर पंचायत नही हारती भाजपा

प्रत्येक चुनाव में पदाधिकारियों के निष्क्रियता के चलते पथरदेवा में हारती है भाजपा

पथरदेवा मंडल कमेटी में नही मिलती है युवाओं को जगह , छोटे कार्यकर्तायों को दबाने का होता है कार्य- सूत्र

निष्क्रियता के चलते ही पूर्व में भी लगातार हारती रही पथरदेवा जिला पंचायत सदस्य पूर्वी की सीट बीजेपी

कुशीनगर, देवरिया।। जनपद देवरिया विधान सभा पथरदेवा में आज नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव भारतीय जनता पार्टी हार गई है। जिसका मुख्य कारण है कि प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने नगर पंचायत चुनाव को लेकर समीक्षा नही की सूत्र बताते है कि नगर पंचायत चुनाव में अगर सूर्य प्रताप शाही के द्वारा समीक्षा की गई होती तो आज नवनिर्मित नगर पंचायत में बीजेपी की हार नही हुई होती। ऐसा पहली बार नही कई बार देखा जा चुका है विधानसभा का चुनाव हो या जिला पंचायत सदस्य का जब भी पथरदेवा के वार्डो में मतगणना हुआ है भारतीय जनता पार्टी की हार हुई है भले ही पथरदेवा के अन्य गाव/वार्डो से बीजेपी पार्टी का उमीदवार जीतता रहा हो परन्तु जब पथरदेवा वार्डो के गढ़ में आता है तो वोट का रफ्तार कम हो जाता है। आगे सूत्र बताते है कि पथरदेवा में भाजपा पदाधिकारियों के निष्क्रियता के चलते ऐसा दिन देखना पड़ता है। पथरदेवा मंडल कमेटी में कई सालों से पद को संभाले पदाधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वाहन ठीक से नही करते है और ना ही पथरदेवा मंडल के कमेटी में युवाओं को जगह मिलता है हवा की रफ्तार के साथ चलने वाले वैसे युवाओं को जगह मंडल कमेटी में नही मिलती है जो पार्टी के लिए जीजान लगाकर मेहनत करते है। उन्हें किसी भी बात पर छोटा दिखाना सही मुह बात न करना नए युवाओ को खलता है और वे पार्टी के कार्यो में रुचि नही रख पाते है। आज पथरदेवा विधानसभा में प्रदेश के वरिष्ठ कृषि के मेहनत के बल पर पथरदेवा को नगर पंचायत का दर्जा दिलाया गया हैं । जो भाजपा पार्टी के लिए यह एक बड़ी कामयाबी लोगो के बीच चर्चा में सुनी जा रही है परन्तु इस कामयाबी का लाभ आज बीजेपी पार्टी के उमीदवार को नही मिल पाई है। सूत्र यह भी बताते है कि चुनाव के ठीक चार दिन पहले किसी टाकीज में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के द्वारा भाजपा के कार्यकर्तायों को मेहनत करने के लिए घर घर पहुचकर प्रचार प्रसार के लिए व वोट के ग्राफ को बढ़ाने के लिए सुझाव दिया गया था परन्तु वर्तमान में उसका कोई असर नही दिखा सुरु से ही पार्टी के पदाधिकारियों के द्वारा जीत समझकर समय को काटा गया एवं कुछ कार्यकर्ताओ के द्वारा अंदर ही अंदर पार्टी के विपक्ष में वोट डालने की भी अपील की गई जो हार का कारण बन गया। सूत्रों का यह भी कहना है कि पथरदेवा में बीजेपी के कार्यकर्ता ठीक ठाक मेहनत नही किये एवं जातीय लुभावने में आकर कृषि मंत्री की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा व बनाये गए प्रत्यासी डॉक्टर विंध्याचल मद्देशिया को हार दिखा गए।

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