अमिट रेखा/आर.एन.पांडेय
तमकुहीराज/ कुशीनगर। जनपद के प्रत्येक तहसीलों एवं सरकारी कार्यों में प्राइवेट मुंशियो को रखकर अवैध तरीके से कराए जा रहे कार्यों एवं धन उगाही की शिकायत आम होती चली जा रही थी जिसको संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी कुशीनगर द्वारा समय-समय पर सरकारी दफ्तरों में गैर कानूनी मुंशियों के कार्यों के विरुद्ध जांच अभियान तेज करते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। फिर भी सरकारी दफ्तर में प्राइवेट मुंशियों को रखकर सरकारी कर्मचारी धन उगाही एवं गैरकानूनी कार्य करवा रहे हैं जिसकी शिकायत आम है।
शुक्रवार के दिन उप जिलाधिकारी तमकुहीराज विकास चंद्र द्वारा उपनिबंधक कार्यालय तमकुहीराज की जांच पड़ताल की गई जिसके समय अंतर्गत दो प्राइवेट मुंशी कार्य करते पकड़े गए जिसको एसडीएम ने थाना अध्यक्ष तमकुहीराज को सौप कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
बताते चलें कि बेरोजगारी के इस आलम में छोटे-मोटे पगार पर शिक्षित बेरोजगार कहीं ना कहीं दफ्तरों में प्राइवेट के तौर पर कार्य कर रहे हैं जिससे कार्यों में विलंब नहीं होता है तुरंत उनके द्वारा धन उगाही का चर्चा सरेआम होने के कारण गैर कानूनी ढंग से कार्य करना कानूनी अपराध है। एक तरफ देखा जाए तो तहसील में कार्यरत कानूनगो, लेखपाल के पास भी प्राइवेट मुंशियों की भरमार है। यहां तक की भूमि पैमाइश के कार्यों में भी प्राइवेट मुंशियों द्वारा ही पैमाइश कराई जाती है। जितने भी सरकारी कार्य हैं सारी रिपोर्ट प्राइवेट मुंशियों के द्वारा ही लगवाकर धन उगाही कराई जा रही है। अगर जिलाधिकारी महोदय का ध्यान अपने कानूनगो, लेखपाल के तरफ भी पड़े तो इनके पास भी प्राइवेट मुंशियों की भरमार है तथा जनता धन दोहन की शिकार होती जा रही है। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा जनहित में उठायी गयी कदम की चारों तरफ चर्चा है। अगर बुद्धजीवियों का मानना है कि जो अधिकारी प्राइवेट मुंशियो से कार्य ले रहे हैं तो उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई लाजिम है क्योंकि सीधे जनता का धन-दोहन करके उन्हीं के पास प्राइवेट मुंशी अक्सर पहुंचाया करते हैं। यह आम शिकायत है। युक्त छापेमारी की कार्रवाई के संबंध में एसडीएम तमकुहीराज का कहना है कि जिलाधिकारी के निर्देश पर कार्रवाई जारी है।