खैरात में नही होती थानाध्यक्ष की प्रसंसा
21 माह बघौचघाट थाने पर रुके थे मृत्युंजय कुमार राय
21 माह में नही हुआ था कोई क्राइम, पत्रकार खबर खोजने में थे परेशान
अमिट रेखा बघौचघाट/ देवरिया।
उत्तर प्रदेश के जनपद देवरिया विधानसभा पथरदेवा के अंतर्गत तरकुलवा थाने में वर्तमान थानाध्यक्ष के पद पर नियुक्त दरोगा मृत्युंजय कुमार राय की चर्चा आज बघौचघाट थाना क्षेत्र में तेज चल रही है। चर्चा के मोताबिक़ थानेदार मृत्युंजय कुमार राय का स्थानांतरण बघौचघाट थाने से 2 माह पूर्व हो गया । तथा उन्हें पथरदेवा विधानसभा के ही तरकुलवा थाने पर नियुक्त थानाध्यक्ष के पद पर जनपद के कप्तान संकल्प शर्मा के निर्देशानुसार कर दिया गया। जानकारी के मोताबिक़ थानेदार मृत्युंजय कुमार राय एक अनुभवी दरोगा है। उन्हें धाराओं के बारे में तथा थानेदारी के मामले में अत्यधिक अनुभव है। अपराधी को एक नजर में पहचान करना उनका छड़िक समय का कार्य है। श्री राय बघौचघाट थाने पर 21 माह का समय बिता कर तरकुलवा थाने पर गए। उनके कार्यकाल में पत्रकार क्राईम की खबर लिखने की कोशिश करते रहे परन्तु बघौचघाट थाने से कोई खबर हाथ नही लगी। उनकी एक और बड़ी विशेषता यह रही बघौचघाट थाने पर कि वह जब भी किसी व्यक्तिओ के विवाद की तहरीर को पढ़ते थे तो बड़े सूझबूझ से सही और गलत तहरीर का आकलन करते थे। तथा तहरीर हाथ में लेकर विवादितो के घर पहुचकर मौके पर निरीक्षण करते हुए आम जनमानस से पूछ ताछ कर दोषी और निर्दोषी का पता लगाकर मुकदमा दर्ज करते थे। तथा इस बीच यह भी देखा गया था कि उनके पास गलत बयान देने वाले व्यक्तियों को समय समय पर डांटते रहते थे। तथा एक दूसरे व्यक्तियों को समझा बुझाकर न्यायालय की लड़ाइयों से दूर रखते थे। बघौचघाट थाने में 21 माह के रिकॉर्ड के अनुसार उनके कार्यकाल में फर्जी मुकदमो से लोग बंचित थे। तथा बेबजह न्यायालय की लड़ाई में क्षेत्रीय लोग कम पड़े थे। वही वेवजह विवाद करने वाले लोग तथा एक दूसरे को जानबूझकर कर परेशान करने वाले लोग थाने के प्रांगण से दूर रहे थे। क्योंकि फ़ालतू और बकवास करने वाले लोगो की बात कभी थाने पर नही सुनी जाती थी। जिसका कारण है कि आज वर्तमान में बघौचघाट थाने पर नए थानाध्यक्ष की नियुक्ति के लिए क्षेत्रीय जनता मृत्युंजय कुमार राय की तरह ही थानेदार की माग जनप्रतिनिधि सहित जिला कप्तान से समाचार पत्र के माध्यम से कर रही है।