समयबद्धता व गुणवत्ता के साथ कार्य किये जाने को दिया निर्देश
कार्यदायी संस्थायें व संबंधित विभाग आपसी समन्वय रखते हुए कार्यो को करायें पूर्ण
सभी कार्य परियोजनाओं का सत्यापन टीम गठित कर कराये जाने का भी दिया निर्देश
निर्माण कार्यो में किसी प्रकार की न हो कोई शिथिलता इसके लिये किया आगाह
देवरिया ब्यूरो।
जिलाधिकारी आशुतोष निंरजन आज 25 लाख सेे अधिक निर्माण कार्यों, क्रिटिकल गैप, त्वरित आर्थिक विकास योजना, पीएमजीएसवाई, पूर्वान्चल विकास निधि, सांसद एवं विधायक निधि की समीक्षा गूगल मीट के माध्यम से की। उन्होने निर्देश दिया कि सभी कार्यदायी संस्थाये व संबंधित विभाग निर्माण कार्यो को गुणवत्ता व समयबद्धता के साथ उसे पूर्ण करायें तथा जो कार्य परियोजनायें पूरी हो गयी है, उसे कार्यदायी संस्थायें संबंधित विभाग को हैण्डओवर करने की कार्यवाही प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित करें, इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नही होनी चाहिये। जिन कार्य परियोजना में अमानक कार्य पाये जायेगें, तो संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी।
जिलाधिकारी श्री निरंजन गूगल मीट के माध्यम से निर्माण कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। उन्होने 50 लाख से उपर के सभी कार्य परियोजनाओं का सत्यापन टीम बनाकर कराये जाने का निर्देश भी दिया। नगर पंचायत भवन रुद्रपुर के निर्माण कार्यो में अधिशासी अधिकारी की शिथिलतापूर्ण रवैये को लेकर उन्होने अपर जिलाधिकारी प्रशासन को उनके विरुद्ध कार्यवाही हेतु शासन को पत्र लिखे जाने को कहा। पूर्वान्चल विकास निधि के तहत पिपरा मराछी बंधा होते हुए नारायणपुर नगवा पिच मार्ग के निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर भी असन्तोष व्यक्त किया। उन्होने कार्यदायी संस्था पीडब्लूडी पर नाराजगी व्यक्त की तथा उप जिलाधिकारी रुद्रपुर की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर इसकी जांच कराये जाने का भी निर्देश दिया। उन्होने माध्यमिक शिक्षा विभाग की कार्य परियोजना के संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा बताया गया कि शासन में आगणन/प्रस्ताव गया है, परन्तु अभी तक स्वीकृति नही मिली है, इस पर उन्होने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिया कि वे शासन में स्वयं जा कर पहल करें और स्वीकृति प्राप्त करे। उन्होने सभी निर्माण कार्यो से जुडे विभागो एवं कार्य दायी संस्थाओ से कहा कि वे आपसी समन्व्य रखें और निर्माण कार्यो को समयबद्धता के साथ अनिवार्य रुप से पूर्ण करायें। उन्होने कहा कि संबंधित विभागो की भी जिम्मेदारी है कि वे कार्य परियोजनाओं के निर्माण कार्यो का नियमित अनुश्रवण करें, जो भी समस्याये हो उसके लिये संबंधित कार्य संस्थाओं से समन्वय रखते हुए निर्माण कार्यो को पूरा कराये जाने हेतु अपनी भूमिका निभाये।
जिलाधिकारी श्री निरंजन ने नगर निकायो/नगरपालिकाओं के कार्य परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए उसे शीघ्रता, समयबद्धता के साथ पूरा कराये जाने को कहा। समीक्षा के दौरान उन्होने यह भी कहा कि यदि किसी कार्य परियोजना मे जमीन की अनुपलब्धता अथवा किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो तो उसका समाधान संबंधित उप जिलाधिकारियों के संज्ञान में लाते हुए करायें। प्रयास व प्राथमिकता यह होनी चाहिये कि कार्य परियोजनाओं में अनावश्यक विलम्ब न हो। कार्यो में निर्धारित टाइमलाईन का अनिवार्य रुप से पालन होना चाहिये। समय से कार्य पूर्ण नही होने से जन असुविधायें पैदा होती है और परियोजनाओं की लागत भी बढ जाती है। इसलिये कार्यदायी संस्थाये इसका विशेष रुप से ध्यान रखे।
गूगल मीट में मुख्य विकास अधिकारी शिव शरणप्पा जी एन, अपर जिलाधिकारी प्रशासन कुवर पंकज, अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी कमल किशोर, डीएसटीओ मनोज कुमार श्रीवास्तव, कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी/प्रतिनिधि गण व अधिशासी अधिकारी गण तथा अन्य संबंधित विभागो के अधिकारी आदि जुडे रहे।