चार माह से मानदेय का भुगतान नही होने से परेशान है संविदा स्वास्थ्य कर्मी
अमिट रेखा /सुदीश प्रसाद श्रीवास्तव /मांझागढ़,
गोपालगज। जिले के मांझा प्रखंड अंतर्गत मांझा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे करीब तिन दर्जन एन एच एम संविंदा स्वास्थ्य कर्मी कार्यरत है तथा करीब आधा दर्जन वैक्सीन कोरियर कर्मी कार्यरत है जिनका अप्रैल दो हजार चौबीस से जुलाई दो हजार चौबीस तक चार माह के मानदेय का भुगतान नही होने से परेशान है कारण यह है की महाजन एक माह से ज्यादा दिन के करार पर बकाया खाद समग्री देने को तैयार नही है सरकार के द्वारा चार माह से मानदेय का भुगतान नही किया जा रहा जिसके कारण संविदा स्वास्थ्य कर्मी भुखमरी के कगार पर पहुँच गये भले ही कार्य सरकार का करते है परन्तु कार्य करने के बदले मिलने वाले मानदेय का भुगतान सरकार के द्वारा समय से भुगतान करने की व्यवस्था नही रहने की वजह से तथा चार चार माह तक मानदेय रोक कर रखने के कारण परेशान सरकार के द्वारा समय से कार्य कराने की व्यवस्था की गयी है परन्तु समय से मानदेय की भुगतान करने की व्यवस्था नही की गयी है इस परिस्थिति मे भुखमरी की इस्थिति नही उतपन्न होगी तो और क्या हो सकता है ये बाते संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है सबसे ज्यादा परेशानी वैक्सीन कोरियर कर्मियों का है कार्य सरकार के करते परन्तु सरकार के द्वारा इन कर्मियों की श्रमिक मजदूरी बंधुआ मजदूर के जैसे। ठीके को तौर पर भुगतान की जाती है प्रति दिन एक वैक्सीन कैरियर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से करीब सात किलो मीटर दूर आँगनबाड़ी केंद्र पर सुबह मे पहुंचाने और शाम को टीकाकरण रिपोर्ट के साथ स्वास्थ्य केंद्र पर लाने के बदले श्रमिक मजदूरी के रूप मे नब्बे रुपया दी जाती है एक वैक्सीन कोरियर कर्मी को दो वैक्सीन कैरियर दी जाती है सप्ताह मे चार दिन टीकाकरण कार्य चलता है । इस हिसाब से एक वैक्सीन कोरियर कर्मी को माह मे तिन हजार से चार हजार रुपया मिलता है ओ भी प्रत्येक माह भुगतान न कर चार चार माह तक भुगतान नही किया जा रहा है आसमान को छूने वाली महंगाई मे तिन से चार हजार मे नास्ता का का भी खर्च चलना मुश्किल है घर की खर्च चलाने की बात तो दूर है ये बाते कोरियर कर्मियों का कहना है।