अमिट रेखा /राजेश यादव /गोरखपुर
दिनांक 14 नवम्बर दिन रविवार को बाल दिवस के राष्ट्रीय पर्व पर सामाजिक संगठन युवा जनकल्याण समिति एवं भव्या चाइल्ड वेलफेयर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में राजेंद्र नगर पश्चिमी गोकुलधाम में निशुल्क शिक्षा प्रदान करने हेतु निर्मित विवेकानंद आदर्श पाठशाला के होनहार बच्चों के साथ हर्षोल्लास स्वरूप बाल दिवस समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम कि अध्यक्षता संगठन संचालक व प्रदेश अध्यक्ष युवा समाजसेवी कुलदीप पाण्डेय ने तथा संचालन निःशुल्क पाठशाला कि संचालिका अंकिता तिवारी द्वारा किया.
बाल दिवस समारोह के मुख्य अतिथि संगठन के संस्थापक व संरक्षक युवाओं के सचेतक ज्योतिषाचार्य पं बृजेश पाण्डेय जी व कोषाध्यक्ष पं रमेश पाण्डेय ने मां सरस्वती जी व स्वामी विवेकानन्द जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पण कर धूप दीप प्रज्वलित करते हुए कार्यक्रम का शुभारम्भ किये.
इस दौरान होनहार बच्चों द्वारा संगीत नृत्य आदि कलाओं का प्रदर्शन किया गया.
कार्यक्रम के दौरान ही विवेकानन्द आदर्श पाठशाला के उपस्थित लगभग 40 होनहार बच्चों में युवा जनकल्याण समिति केसंस्थापक व संरक्षक पं बृजेश पाण्डेय जी, संचालक व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप पाण्डेय, प्रदेश महासचिव अखिलेश मल्ल, प्रदेश कोषाध्यक्ष पं रमेश पाण्डेय व जिला अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल तथा जिला सचिव गोविन्द तिवारी ने पठन-पाठन सामग्री के रुप में कापियां पेंसिल रबड़ कटर स्केल कलर पेंसिल, पेंसिल बाक्स तथा खाद्य सामग्री में मिठाईयां लड्डू नमकीन बिस्किट, चिप्स आदि का हर्षोल्लास के साथ वितरण कर बच्चों के साथ बाल दिवस मनाये तथा निःशुल्क पाठशाला कि संचालिका अंकिता तिवारी को मुख्य अतिथि पं बृजेश पाण्डेय ज्योतिषाचार्य ने शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान देने हेतु ट्राफी व प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किये व उज्जवल भविष्य कि कामना किये।
बाल दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि संगठन संस्थापक व संरक्षक पं बृजेश पाण्डेय ने बच्चों के प्रति जन जागरूकता संदेश देते हुए कहा कि बच्चे व युवा वर्ग देश के कर्णधार है, इनको शिक्षा प्रदान करना हमारा दायित्व है, बाल दिवस हमें बच्चों के प्रति सकारात्मक विचारों का आदान-प्रदान करने कि सीख देता है, संगठन संचालक व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप पाण्डेय व प्रदेश कोषाध्यक्ष पं रमेश पाण्डेय ने कहा कि पढ़ेगा भारत तभी आगे बढ़ेगा भारत, इसी उद्देश्य को लेकर विवेकानन्द आदर्श पाठशाला कि नींव रखी गयी.
समाज में अनपढ़ होने के अभिशाप को जड़ से समाप्त करने के लिए संगठन सदैव तत्पर रहेगा.