June 24, 2025

AMIT REKHA

अमिट रेखा :- सदा सच के साथ:-गोरक्षनगरी से प्रकाशित

हत्या या अनहोनी ?हंसराज की मौत बनी रहस्य,बिसरा से होगा खुलासा

हत्या या अनहोनी ?हंसराज की मौत बनी रहस्य,बिसरा से होगा खुलासा
 -पुलिस की चुप्पी पर सवाल
 अमिट रेखा/तुर्कपट्टी/कुशीनगर  
         तुर्कपट्टी, कुशीनगर।गुरवलिया के उत्तर दिशा में कमकर टोला के समीप विशुनपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा ठाढ़ी भर के टोला इन्दरपट्टी निवासी हंसराज कुशवाहा की संदिग्ध हालात में मिली लाश के एक सप्ताह बीतने के बावजूद पुलिस घटना का खुलासा करने में असफल साबित हुयी है ऐसे में आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उच्चाधिकारियों से घटना की बारीकी से जांच कराकर न्याय दिलाने की मांग की है।
      विदित हो कि बीते 3 मई शनिवार की देर शाम हंसराज की लाश गुरवलिया से इन्दरपट्टी आने वाले सड़क के किनारे संदिग्ध अवस्था में मिली थी।हंसराज के परिजनों ने गांव के ही एक व्यक्ति पर बाहरी लोगों के माध्यम से रंजिशन हत्या कराने का आरोप लगाया था।मृतक की पत्नी नामांती देवी बेटे मणि प्रकाश व प्रिंस कुशवाहा का कहना है कि गाँव के एक व्यक्ति से चल रही पुरानी रंजिश के चलते साजिशन उनकी हत्या करायी गयी है।उनकी मौत मार्ग दुर्घटना के चलते नहीं हुई है क्योंकि घटना स्थल पर पहुँचने पर जिस बाइक से वह गये थे वह सही सलामत खड़ी मिली थी।यदि कोई हादसा हुआ होता तो बाइक भी क्षतिग्रस्त हुई होती।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं मिला है ऐसे में बिसरा सुरक्षित रखा गया है।हंसराज की रहस्यमय मौत पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।हैरानी की बात यह है कि घटना के एक सप्ताह बीतने के बावजूद पुलिस घटना का खुलासा करना तो दूर किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है।इससे आहत परिजनों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।पुलिस पर धीमी जांच व उदासीनता से परिजनों के आरोपों को बल मिल गया है।उनका यह भी आरोप है कि पुलिस शुरू से ही इस मामले को दुर्घटना या अनहोनी बताने में लग रही है। जबकि परिजन लगातार हत्या की आशंका जाहिर करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।परिजन सवाल उठा रहे हैं कि आखिर पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज कर आरोपियों से सख्ती से पूछताछ क्यों नहीं की? क्यों नहीं हमारे बयान को जांच का आधार बनाया जा रहा है?यदि पुलिस शुरू से ही गंभीरता से जांच कर उनके बयानों को आधार बनाकर ठोस कदम उठाई  होती तो आज तक सच्चाई सामने आ गयी होती।पुलिसिया लापरवाही और उदासीनता ने न सिर्फ परिजनों के जख्म को गहरा किया है बल्कि स्थानीय स्तर पर भ्रष्टाचार और पक्षपात के आरोपों को भी जन्म दिया है।बुद्धवार को हंसराज के घर कुछ भाजपा नेता के साथ तुर्कपट्टी व विशुनपुरा थाने की पुलिस ने पहुंचकर  गहन मंत्रणा की।इस मामले में ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस खुद सच्चाई को दबाना चाहती हो।परिजनों ने उच्चाधिकारियों से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा है कि यदि निष्पक्ष जांच नहीं कराई गई तो वे चुप नहीं बैठेंगे और न्याय के लिए बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे।अब देखना यह है कि पुलिस अपनी छवि बचाने और मृतक को न्याय दिलाने के लिए तत्परता दिखाती है या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह भीड़ में गुम हो जायेगा।पुलिस ने मौत की सच्चाई उजागर करने के लिए विसरा जांच के लिए भेजा है।

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