रोटरी क्लब कुशीनगर ने मनाया विश्व पोलियो दिवस , 24 अक्टूबर को मनाया जाता है विश्व पोलियो दिवस
अमिट रेखा/ कुशीनगर
अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक संगठन रोटरी क्लब कुशीनगर के द्वारा कसया सीएचसी में पोलियो टीकाकरण और विश्व से उन्मूलन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से विश्व पोलियो दिवस मनाया गया। सीएचसी अधीक्षक डॉ. मार्कण्डेय चतुर्वेदी ने विश्व पोलियो दिवस के अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए रोटरी क्लब के सतत प्रयासों और जनसेवा कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पोलियो मुक्त भारत अभियान में रोटरी की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही है। साथ ही उन्होंने आमजन से अपील की कि वे नियमित टीकाकरण एवं विशेष पोलियो अभियान के दौरान अपने बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलाएं, ताकि हर बच्चा स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य की ओर अग्रसर हो सके।
रोटरी के सह संरक्षक वाहिद अली ने बताया कि 24 अक्टूबर को मनाए जाने वाले विश्व पोलियो दिवस की शुरुआत रोटरी फाउंडेशन द्वारा पोलियोमाइलाइटिस (पोलियो) के खिलाफ पहला टीका विकसित करने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले जोनास साल्क के जन्म के उपलक्ष्य में की गई थी। ग्लोबल पोलियो उन्मूलन पहल को रोटरी इंटरनेशनल और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा 1988 में शुरू किया गया था, उस समय 125 देशों में पोलियो के लगभग 350000 मामले थे। रोटरी उन मेहनती सदस्यों और कर्मचारियों को भी धन्यवाद करता है जो कभी-कभी अपने जीवन को जोखिम में डाल कर कुछ सबसे दुर्गम इलाकों और स्थानों में डोर-टू-डोर जाकर टीकाकरण करते हैं। खूंखार बीमारी पोलियो का आज तक कोई इलाज नहीं निकाला जा सका है परंतु इसे होने से रोका जा सकता है। इसे होने से रोकने के लिए 5 साल से कम उम्र की आयु के बच्चों को पोलियो की ओरल वैक्सीन दी जाती है, अर्थात इसकी रोकथाम ही इसका इलाज है। रोटरी के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि यह बीमारी अधिकांश देशों से मिट चुकी है और, 2013 तक कई देशों को पोलियो मुक्त घोषित कर दिया गया है, लेकिन अब भी पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसे देशों में कुछ सबसे अधिक हाशिए वाले और गरीब लोगों में इस बीमारी की दुर्लभ घटनाएं देखी जा रही है, जिससे दुनिया के किसी भी हिस्से में इस बीमारी के दोबारा उभरने का खतरा बना हुआ है। वर्ष 2014 में डब्ल्यूएचओ द्वारा भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित किया जा चुका है।
कार्यक्रम में डॉ. आशुतोष पाण्डेय, रोटरी के सह संरक्षक वाहिद अली, अध्यक्ष अजय सिंह, दुर्गेश चतुर्वेदी, विजय कृष्ण द्विवेदी, दिनेश यादव, अमरेन्द्र नारायण सिंह, महेन्द्र तिवारी मोनू, अमित श्रीवास्तव, सरवरे आलम छोटे आदि लोग उपस्थित रहे।