मनुष्य के जीवन में अच्छा संस्कार ही विकास के पथ पर ले जाता है
संस्कारित मनुष्य की हर क्षेत्र में उपलब्धि प्राप्त होती है जिससे मनुष्य को सुख समृद्धि गौरव का मार्ग प्रशस्त होता है- विवेक पांडेय
अमिटरेखा/कृष्णा यादव/ तमकुही राज /कुशीनगर
श्रीमद् भागवत कथा बरियारपुर में तीसरे दिन हल्की बूदाबादी के बीच शुरू हुआ की श्रोता कीउपस्थिति देख बाल व्यास विवेक पांडेय ने कहा कि यहां के लोगों का सनातन धर्म की कथा में इतना रुचि है की कई पीढ़ी कथा सुबिचार सुनकर धन्य हो जाएगी,, जो संस्कार हम अपनाते हैं वह संस्कार आने वाली पीढ़ी को अपने आप मिल जाती है
कथा की शुरुआत में सुखदेव राजा परीक्षित को सृष्टि का निर्माण का इतिहास सुनाया भगवान नारायण की नाभि से कमल का पुष्प उत्पन्न हुआ उसे पुष्प से ब्रह्मा जी प्रकट हुए तत्पश्चात तीनों लोक चौदह भुवन नौ खंड ब्रह्मा जी के ललाट से रुद्र भगवान का अवतार हुआ रुद्र भगवान ही शंभूमनु सतरूपा के रूप में प्रकट हुए भागवत कथा को सुनकर श्रोतागण भाव बिभोर खराब मौसम में भी हुए और संसार की कुशलता की कामना की। इस अवसर पर श्रोतागण अशोक मिश्रा बिंदु मिश्रा वीरेंद्र मिश्रा रविंद्र, बच्ची मिश्रा मिश्रा प्रमोद मिश्रा मिश्रा राजू मिश्र एक बाली मिश्रा सरोज देवी साधना देवी धर्मेंद्र मिश्रा डॉक्टर शुभम मिश्रा भदोही शाह विमला मिश्रा सत्येंद्र कुमार मिश्रा शर्मिला मिश्रा इंदु देवी सुनीता देवी आंचल मिश्रा बिरा मिश्रा साक्षी मिश्रा चंद्रभूषण आदि लोग श्रोतागण में मौजूद रहे नित्य दिन की बात आरती कर कथा समाप्त हुआ।